सच हम नहीं, सच तुम नहीं, सच है महज संघर्ष ही!

रविवार, अगस्त 02, 2009

मीडिया और ब्लॉग का आंकड़ा

आजकल ब्लॉग पर हो रही हैं
मीडिया की चर्चाएं
कोई खींच रहा है कोई तान रहा है
कोई रगड़ रहा है कोई घसीट रहा है
कोई लताड़ रहा है कोई दुत्कार रहा है
वहीं आदमी चेहरा बदल
चैनलों को आंखे फाड़ देख भी रहा है
जनाब ये ब्लाग है
इसकी तासीर खींचने
और तानने में हीं स्वाद देती है
शायद यहीं वजह है
ब्लॉग पर अक्सरहां मीडिया की हीं चर्चाएं होती हैं।

- सौरभ के.स्वतंत्र

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